Mahamrityunjaya Pran Pratishtha shiv puja Hawan jab Vidhi Mantra ka arth Evam aarati महामृत्युंजय प्राण प्रतिष्ठा शिव पूजा जप विधि मंत्र का अर्थ एवं आरती

Mahamrityunjaya Mantra Jap Vidhi Stotra Evam Kavach .
 महामृत्युंजय प्राण प्रतिष्ठा शिव पूजा जप विधि मंत्र का अर्थ एवं आरती


महामृत्युंजय प्राण प्रतिष्ठा शिव पूजा जप विधि मंत्र का अर्थ एवं आरती

Category     JapVidhi  Evam Pratishtha Vidhi
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Pages      36
LanguageSanskrit/Hindi

संस्कृत भाषा में धर्म शास्त्र कई हैं, जैसे कि मनुस्मृति, याज्ञवल्क्य स्मृति, वैष्णव धर्मशास्त्र, शिव धर्मशास्त्र, बौद्ध धर्मशास्त्र आदि। संस्कृत साहित्य में व्याकरण भी एक बहुत महत्वपूर्ण विषय है। पाणिनि का अष्टाध्यायी संस्कृत व्याकरण का मूल ग्रंथ है। संस्कृत न्याय शास्त्र भी महत्वपूर्ण है, जो कि तर्कशास्त्र के रूप में जाना जाता है। न्याय सूत्रों, न्यायवैशेषिक और मीमांसा शास्त्र भी संस्कृत साहित्य में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। इसके अतिरिक्त, आधुनिक संस्कृत साहित्य में अनेक उपन्यास, कहानियां, कविताएं, नाटक, विज्ञान, इतिहास, धर्म, समाज और संस्कृति से संबंधित अन्य विषयों पर भी लेखन उपलब्ध है। अधिकतम शब्द सीमा के लिए, यह बताया जा सकता है कि संस्कृत साहित्य में अनेक विषयों पर लगभग २०,००० से भी अधिक पुस्तकें उपलब्ध होती हैं।

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